Chhattisgarh

महतारी वंदन योजना : 3 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में पहली किश्त का अंतरण कल

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महासमुंद : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 10 मार्च को प्रदेश की राजधानी रायपुर के साथ सभी जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय, नगरीय निकाय क्षेत्रों में महतारी वंदन सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राज्य मुख्यालय, जिला मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालय एवं नगरीय निकायों में आयोजित कार्यक्रमों से सीधे वर्चुअल जुड़कर लोगों को संबोधित करेंगे और हितग्राहियों से बात करेंगे। इस अवसर पर महतारी वंदन योजना के तहत प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं के साथ साथ महासमुंद के 3 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में डी.बी.टी. के माध्यम से पहली किश्त का अंतरण किया जाएगा। इससे प्रत्येक माह महिलाओं के खाते में एक हजार रूपये आएंगे। कलेक्टर प्रभात मलिक ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए निर्देश दिए हैं।

महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी समीर पांडेय ने बताया कि स्थानीय शंकराचार्य भवन में दोपहर 11 बजे से जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित होगा। वही सभी ब्लाक मुख्यालय में भी कार्यक्रम का आयोजन होगा। बागबाहरा और बसना में कृषि उपज मंडी, पिथोरा में सांस्कृतिक भवन तथा सरायपाली में टाउन हॉल में कार्यक्रम आयोजित होगा। उन्होंने बताया कि महतारी वंदन अंतर्गत जिले में कुल 3 लाख 26 हजार 330 आवेदन प्राप्त हुए थे। जिसमे से पर्यवेक्षक द्वारा 3 लाख 25 हजार 957 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं।

रायपुर में मुख्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शामिल होंगे। सम्मेलन में मुख्यमंत्री साय छत्तीसगढ़ को बाल विवाह मुक्त करने के अभियान का शुभारंभ भी करेंगे। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रदेश की जनता को दी गई गारंटी को पूरा करते हुए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में 01 मार्च 2024 से नवीन महतारी वंदन योजना लागू की गई है। योजना के तहत 21 वर्ष से अधिक आयु की पात्र विवाहित महिलाओं को एक-एक हजार रूपए की मासिक वित्तीय सहायता दी जाएगी। इस प्रकार महिलाओं को 12 हजार रूपए वार्षिक प्राप्त होगा। योजना के तहत 10 मार्च को पहली बार सहायता राशि दी जाएगी। इससे प्रदेश में लगभग 70 लाख से अधिक महिलाएं लाभान्वित होंगी।

महतारी वंदन योजना के क्रियान्वयन के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। सम्मेलन में विभागीय गतिविधियों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्री के स्टॉल भी लगाए जाएंगे। साथ ही विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी जायेगी। जिला स्तर पर आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ को बाल विवाह मुक्त करने का संकल्प भी लिया जाएगा।

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